
Chapter -5
अविनाश की वाइल्डनेस वॉशरूम में भी चलती रही.. अवंतिका भी उसे कोई भी डिस अपॉइंटमेंट नहीं देती.. वह पूरी कोशिश करती वो ऐसा दिखा सके कि वो बहुत ज्यादा बोल्ड है और इन सभी कामों में बहुत ही ज्यादा परफेक्ट भी..अवंतिका वो सब दिखा रही थी जो अविनाश देखना चाहता था। बोल्डनेस… परफेक्शन… बेपरवाही…
सिर्फ़ इतना कि वो उसे कभी कम न समझे। उसे नहीं पता था की अविनाश को कितना ज्यादा प्वाइंट आउट कर रही थी। उसे कितना गुस्सा आ रहा था अंदर से आग जल रही थी। उसकी वही परफेक्शन अविनाश की नसों में चुभन बनकर दौड़ रही थी। और वह सारा गुस्सा उसे फिजिकल निकल रहा था।
वो जितना मुस्कुराती उसके भीतर की आग उतनी ही उठती। वॉशरूम का सेशन चलने के बाद बेडरूम में भी उनका सेशन रुकता नहीं है.. काफी देर तक सब कुछ होते रहता है और अवंतिका की सिसकियां जो वो लाख रोकने की कोशिश करती है लेकिन फिर भी उस रूम में निकलती रहती है फिर कहीं तीन चार बजे जाकर वह आवाज रूकती है।
Next Morning…
जब अविनाश की आंखें खुलती हैं, सबसे पहले तो उसका खुद का ही रूप उस पर भारी पड़ जाता है। उसकी बॉडी…उसके सिक्स-पैक… और वो सुबह उठकर भी उतना ही हॉट, उतना ही रॉ, जैसे कोई किंग बस नींद से उठा हो।उसकी चार्मिनेस उसकी नसों तक से दिख रही थी।
एडम्स एप्पल ऊपर नीचे होता… बाल हल्के-से बिखरे हुए… वो सच में किसी ग्रीक गॉड जैसा लग रहा था।
लेकिन उसकी आंखों में एक हल्की गुस्से की परत साफ़ दिख रही थी। क्योंकि बेड पर अवंतिका नहीं थी।
दांत भींचते हुए वो बेड से उठ ही रहा था कि वॉशरूम से आवाज आई। वो अपनी शर्ट उठाकर जैसे ही वॉशरूम की तरफ बढ़ने वाला था . वॉशरूम का दरवाज़ा खुला। और वहाँ… अवंतिका खड़ी, छोटी-सी मिनी स्कर्ट… फिट पेप्लम फुल-स्लीव टॉप…
उसका ओवरऑल लुक उसे और भी ज्यादा सेक्सी बना रहा था। उसके फेस एक्सप्रेशन uff… कयामत। अविनाश एक सेकंड के लिए सीधा उसी पर रुक गया। डार्क रेड लिप्स… हल्का मेकअप… एक हाथ में फोन…दूसरे में उसके बैंगल्स की सॉफ्ट आवाज़… वो स्टाइलिश अंदाज़ में खड़ी थी. ऐसे जैसे इस कमरे की मालकिन वही हो।
वो मुस्कुराई… एक सेडक्टिव, बेबाक, बिल्कुल शरमलेस स्माइल। “Hello Mr. Malhotra,” उसने अपनी आवाज़ में जान डालते हुए कहा, “I hope रात मैंने आपको disappoint नहीं किया। अब अगर मेरे पैसे मिल जाएं… तो मैं निकलूं?
मेरे दूसरे clients भी मेरा इंतज़ार कर रहे होंगे। आपको पता ही है… मुझसे night spend करने के लिए सब लोग पहले से appointment लेते हैं।”
उसके एक-एक शब्द अविनाश के दिल को चीर रहे थे। गुस्सा उसकी रगों में उबल रहा था। बॉडी की हर मसल टाइट हो चुकी थी। नसें साफ़ दिखने लगी थीं। उसने अपनी मुठ्ठियाँ कस लीं इतनी कसकर कि शायद खुद की ही स्किन में नाखून चुभ गए हों। बिना एक भी शब्द बोले वह वॉर्डरोब के पास गया… चेक निकाला… साइन किया…
और वो चेक सीधे अवंतिका के चेहरे की तरफ फेंक दिया।
“जितने पैसे ऐड करने हैं… कर लो।” उसकी आवाज़ टूटती भी थी… कठोर भी।
अवंतिका उसी शेमलेस स्माइल के साथ नीचे पड़ा हुआ चेक उठाती है। हल्की-सी तिरछी मुस्कान…के साथ वो अविनाश से बोली- "Mr. Malhotra… वन नाइट की जितनी मेरी प्राइस है, मै उतनी ही लूंगी… खैरात के पैसे लेना मुझे पसंद नहीं। जितना काम किया है उतने ही लूंगी। आई होप… आप मुझे दोबारा ज़रूर टेस्ट करना पसंद करेंगे।”
उसने अपनी आइब्रो उठाते हुए सीधे उसकी आंखों में आंखें डालकर और भी ज्यादा चिढ़ाया… जैसे जानबूझकर उसके गुस्से पर घी डाल रही हो।
अविनाश अब सच में फटने वाला था। उसके गले की नसें ऊपर आ चुकी थीं… मुट्ठियाँ इतनी कसकर बंद जैसे खुद को ही तोड़ देगा। गुस्से में उसने दांत भींचकर कहा—
“मुझे किसी use की चीज़ को… फिर से यूज़ करने का कोई शौक नहीं है…!! Get out of my room, you bloody—”
उसकी बात पूरी होने से पहले ही अवंतिका हल्की-सी ठंडी मुस्कान के साथ बोली—“Mind your language, Mr. Rathore… मुझे भी कोई शौक नहीं है आपके कमरे में रहने का।”
और अपनी ही रॉयल attitude में सैंडल की टक-टक के साथ वह मुड़कर चली जाती है। अविनाश बस वहीं खड़ा रह जाता है… उसकी सांस भारी हो रही थी। उसकी आंखे जलती हुई दिख रही थी। और वो दूर जाते उसके कदमों को
गुस्से में घूरता ही रह जाता है।
वह… वही लड़की, जो कभी उसकी वाइफ थी। उसकी अर्धांगिनी। जिससे उसने शादी की थी लेकिन कभी पास नहीं गया। कभी एक पल भी नहीं। कभी उसे “अपनी” नहीं कहा। और आज… पहली बार वो उसके इतने करीब आई थी बट उसकी वाइफ बनकर नहीं कॉल गर्ल बनकर।
उसके दिमाग में जैसे कोई बम फट गया हो।
यह सोच-सोचकर कि अब वह किसी और के पास जाएगी… किसी और के साथ होगी… कोई और उसे इस तरह छुएगा। बस यही सोचकर उसकी नसें तक भर गई थीं। "उसने अभी भी कहा कि वो अपने क्लाइंट से मिलने जा रही है..? क्या सच में कोई और उसे वैसे ही टच करेगा जैसे वह मेरे साथ कल नाइट थी....!! What the fuck...!! I don't care about..!! वह कहीं पर भी जाए किसी भी लड़के के साथ रंगरेलियां मने मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। दांत भींचकर उसने अपनी आंखें बंद कर लीं “I hate that girl…
That bloody b**** bloody girl… पहली बार… पहली बार मुझे लगा मैंने उसे डाइवोर्स देकर गलती की थी। फर्स्ट टाइम मुझे अपने डिसिशन पर रिग्रेट हुआ था। लेकिन अब…मुझे कोई रिग्रेट नहीं....!! वह भी उन्हीं लड़कियों में से है गोल्डी गर्ल....
इतना कहकर वह अपनी ही आग में जलता हुआ वॉशरूम में चला जाता है।
अवंतिका की शादी अविनाश से इसलिए हुई थी। क्योंकि दोनों के ग्रैंडपेरेंट्स की आखिरी ख्वाहिश थी। अविनाश ने शादी की तो सही लेकिन कभी उसे पत्नी की तरह अपनाया नहीं। कभी बात नहीं की। कभी साथ नहीं दिया। और दूसरी तरफ अवंतिका को अविनाश से लव एट फर्स्ट साइड हो गया था वह तो उसके प्यार में पहली बार ही गिर गई थी। बहुत खुश थी वह शादी को लेकर, लेकिन उसे क्या पता था कि अविनाश उसे एक दिन डाइवोर्स दे देगा।
और जैसे ही अविनाश के ग्रैंडफादर की डेथ हुई। उसने अवंतिका को डायवर्स दे दिया। उसे थोड़ा guilt हुआ तो पैसे दिए थे। पर अवंतिका ने सीधे लौटा दिए… और आज जब उसे पता चला कि अवंतिका अब कॉल गर्ल है।वह अंदर से टूट गया। और उसी टूटन में उसे और भी ज्यादा गुस्सा आने लगा।
𝗧𝗼 𝗯𝗲 𝗰𝗼𝗻𝘁𝗶𝗻𝘂𝗲𝗱….
Hlo my darklings 💅🏻🎀
Chapter kaisa laga…?
Tell me everything in the comments, okay?
Comment mat bhoolna, warna next chapter bhi shayad
bhool jaaun~
With love & a shade of darkness,
Your DarkRoseze



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