
दूसरी ओर…
अंशिका अपने स्कूल के सामने का रूकी, क्यों की अंशिका बचपन से ही टॉपर स्टूडेंट रही है। उसी वजह से उसे एक बहुत अच्छे, हाई-स्टैंडर्ड वाले स्कूल में एडमिशन मिला था। यहां ज़्यादातर बच्चे अमीर घरों से थे, लेकिन अंशिका को स्पेशल स्टूडेंट के तौर पर बुलाया गया था क्योंकि उसने इस स्कूल के लिए कई अवार्ड जीते थे। इसलिए स्कूल उसकी पढ़ाई और खर्च खुद उठाता था।
अंशिका टैलेंटेड होने के साथ-साथ ब्रेव और समझदार भी थी। वह स्कूल के गेट पर पहुंच ही रही थी कि रोड क्रॉस करते समय अचानक एक तेज़ स्पीड वाली लैम्बॉर्गिनी उसकी तरफ आती दिखी। इतना अचानक हुआ कि उसे रिएक्ट करने का भी टाइम नहीं मिला। वह डर के मारे वहीं जड़ हो गई और बस अपनी आंखें कसकर बंद कर लीं।
ठीक उसी पल एक लड़का फुर्ती से आया और उसे पकड़कर साइड में खींच लिया। इस झटके में उसके हाथ की कोल्ड-ड्रिंक लड़के की शर्ट पर गिर गई और शर्ट पूरा खराब हो गया। पर गाड़ी तो तेज़ी से निकल गई।
अंशिका हांफते हुए आंखें खोलती है और जब उसे समझ आता है कि वह बच गई है। तभी उसे अहसास होता है कि वह एक लड़के की बाहों में है। और फिर जब वो चेहरा देखती है… तो बस देखती ही रह जाती है। लड़का इतना क्यूट था कि उसकी हार्टबीट ही तेज़ हो गई। वो हल्की सी निगलकर खड़ी रह जाती है।
लड़का उसे देख कर पूछता है, "तुम्हें लगी तो नहीं?"
लेकिन अंशिका तो जैसे उसकी शक्ल पर ही अटक गई थी। वो लड़का फिर से पूछता है, थोड़ा भौंहें उठाकर "हेलो? ठीक हो? कहीं चोट तो नहीं लगी?"
तभी अंशिका अपने ख्यालों से बाहर आती है और जल्दी से बोलती है। "हां हां, मैं ठीक हूं… थैंक यू… मुझे बचाने के लिए।"
लड़का बस हल्के से सिर हिलाता है। "ओके। लेकिन अगली बार रोड देखते हुए क्रॉस करना, वरना कुछ भी हो सकता था।"
और उसके बाद वो चल देता है। अंशिका उसकी पीठ देखते हुए वहीं खड़ी रह जाती है।कुछ कह भी नहीं पाती।
फिर खुद को संभालकर स्कूल के अंदर जाती है और सोचती है। "ओ माय गॉड… ये हमारे स्कूल का है? आज तक तो इसे नहीं देखा!"
थोड़ी देर बाद अंशिका अपने क्लास में पहुंचती है। पर उसका दिमाग अभी भी उसी लड़के में अटका हुआ था। उसका चेहरा, उसकी आवाज़, सब कुछ। उसके गाल खुद-ही हल्के-हल्के लाल हो रहे थे।
तभी क्लास में उसकी बेस्ट फ्रेंड अनु आती है। वो जैसे ही अंशिका के लाल गाल देखती है, तुरंत आइब्रो ऊपर उठाकर उसके बगल वाली बेंच पर बैठ जाती है। "क्या बात है मैडम? आज किसके ख्यालों में खोई हुई हो?"
अनु छेड़ते हुए कहती है।
उसकी बात सुनकर अंशिका झट से उसकी तरफ मुड़ती है— "यू नो व्हाट अनु… आज क्या हुआ? मैं स्कूल आ रही थी और तभी एक कार तेज़ी से मेरी तरफ आ रही थी… और इससे पहले कि वो मुझे मार देती एक लड़का बिल्कुल हीरोस्टाइल में आया और मुझे पकड़कर साइड में खींच लिया!"
वो बोलते-बोलते खुद ही dreamy हो जाती है। "यार, वो बहुत हैंडसम था। पर वो हमारे स्कूल का है? किस क्लास में होगा…?"
अनु उसकी बातें सुनकर पहले तो उसे घूरती है… फिर जोर-जोर से हंसने लगती है। "सीरियसली अंशिका!? तू किसी लड़के की बातें कर रही है? हमारी टॉपर को प्यार हो गया?!"
अंशिका तुरंत मुंह बनाती है। "अरे नहीं पागल! प्यार नहीं हुआ… बस थोड़ा सा क्रश आ गया है। इतना फिल्मी हीरो स्टाइल में आया था, कैसे ना लगे!"
और वो अपना चेहरा पकड़कर शर्माते हुए, "Heeey 😩…" करती है।
अनु कुछ और बोलती इससे पहले ही स्कूल की बेल बज जाती है। और सभी क्लासेस को असेंबली के लिए ग्राउंड में जाना होता है। तो दोनों हंसते-हंसते उठती हैं और बाहर निकल जाती हैं।
असेंबली शुरू होते ही सभी अपनी-अपनी क्लास के हिसाब से लाइन में लगने लगते हैं। अनु धीरे से अंशिका के कान के पास मुंह ले जाकर फुसफुसाती है। "अच्छा, वो दिखता कैसा है? बताना तो यार! उसका नाम पता है क्या? कौन है वो?"
अंशिका हल्की मुस्कान दबाते हुए उतना ही धीरे बोलती है। "अरे मुझे कुछ भी नहीं पता! बस उसने मुझे पकड़कर बचाया… मैं तो उसे कुछ पूछ ही नहीं पाई। बस इतना पता है कि वो हमारे ही स्कूल का है। उसने वही यूनिफॉर्म पहनी हुई थी।अब बस ये नहीं पता कि किस क्लास में है…"
अनु अपनी आँखें गोल करके कहती है। "Oooooo… तो ऐसे करते हैं। आज स्टूडेंट काउंटिंग करने के लिए तू ही चली जाना। सब क्लास के बच्चे लाइन में होंगे… वहीं दिख जाएगा तेरा हीरो किस सेक्शन में है!"
अंशिका की आँखें एकदम चमक उठती हैं। "ओह येस! ये तो मस्त आइडिया है!"
स्कूल की प्रेयर जैसे ही खत्म हुई, सभी क्लासेस अपनी-अपनी लाइनों में खड़ी थी। अंशिका काउंटिंग के लिए आगे आता है। वो हल्की सी नर्वस लेकिन एक्साइटेड थी, क्योंकि उसके दिमाग में बस वही एक लड़का घूम रहा था। वो एक लाइन… फिर दूसरी… फिर तीसरी…
और जैसे ही वह 12th स्टैंडर्ड की लाइन के पास पहुंची—
उसकी नज़र सीधा उस पर पड़ी। बस। दिल धड़ाम। उसकी हार्टबीट इतनी तेज होने लगी कि उसे खुद महसूस होने लगा। गाल अचानक से गुलाबी से चेरी-रेड हो गए।
उसके पैर वहीं ज़मीन पर रुक गए। जैसे कोई मूवी का फ्रेम फ्रीज़ हो गया हो।
वो लड़का भी उसे देख रहा था सीधे आँखों में। क्लियर, शार्प, थोड़ा कन्फ्यूज़… लेकिन नोटिस करता हुआ। अंशिका के हाथ में पकड़ी लिस्ट हल्के-हल्के कांप रही थी।
वह ना गिन पा रही थी… ना बोल पा रही थी… बस उसे देखती जा रही थी।
लड़का हल्का सा आगे आया और धीरे से बोला “Excuse me…?”
लेकिन अंशिका तो अपने ही ड्रीमी वर्ल्ड में खोई हुई थी।
तभी उसने हल्के से उसका हाथ टच किया सिर्फ एक हल्का सा स्पर्श… पर अंशिका के लिए वो टच किसी इलेक्ट्रिक शॉक जैसा था। दिल की धड़कन इतनी तेज कि मानो छाती से बाहर निकल आए।
उसके गाल और भी लाल हो गए…साँसें अटक गईं…
और अगले ही पल उसकी आँखें बंद हुईं और वह वहीं बेहोश होकर नीचे गिर पड़ी। पूरा ग्राउंड हल्का सा हंगामे में बदल गया। टीचर्स भागते हुए आए। लड़का कुछ सेकंड उसे देखता ही रह गया उसकी आँखों में एक अजीब सा घबराया हुआ शेड था जैसे वो खुद भी नहीं समझ पा रहा था कि ये सब उसके टच से हुआ… या कुछ और।
थोड़ी देर बाद अंशिका क्लास में थी। टीचर अभी तक नहीं आई थीं, और बेचारी हमारी अंशिका का चेहरा… पूरा टमाटर जैसा लाल। वो खुद को मन ही मन कोस रही थी।
"Ooh God… मैं अपने क्रश के सामने बेहोश हो गई…
कितनी बड़ी इडियट हूँ मैं!!"
उधर उसकी बेस्ट फ्रेंड अनु अपनी हँसी रोक-रोककर पागल हो रही थी। उसकी आँखों से पानी तक निकल रहा था हँसते-हँसते। “सीरियसली अंशिका?? अपने क्रश को देखकर बेहोश?? तेरा पूरा इज़्ज़त का कचड़ा हो गया।
वो क्या सोच रहा होगा तेरे बारे मे..?
अंशिका गुस्से और शर्म में उसका हाथ दबा देती है, लेकिन उसके गाल और लाल हो जाते हैं। तभी क्लासरूम का दरवाज़ा खुलता है।
अंदर आती हैं उनकी क्लास टीचर, रेणुका मैम। लेकिन… उनके पीछे-पीछे एक लड़का भी अंदर आया। जैसे ही वो क्लास में एंटर करता है। पूरी क्लास में हल्की सी हलचल हो जाती है। लड़का दिखने में… हद से ज्यादा हैंडसम। शार्प आँखें, ब्लैक हेयर, स्कूल यूनिफॉर्म में भी पूरा हीरो लग रहा था।
और लड़कियों का रिएक्शन?? सभी के एक्सप्रेशन ही चेंज हो जाते हैं सभी आंखें फड़ा कर उसे देखने लगती है।
वो YW Band का main singer!!! अधीर मल्होत्रा है ना शिट यार, ये हमारे स्कूल में?? और हमारी क्लास में???”
क्लास literally फुसफुसाहटों से भर गई। आँखें फटी… मुँह खुले… कुछ तो सीट पर खिसक-खिसक कर उसे अच्छे से देखने लगे। अधीर मल्होत्रा 16-17 साल की उम्र में ही इंडिया में धमाका मचा देने वाला teen star।
उसका band viral था, concerts थे, insta पर लड़कियां फैन थीं।
रेणुका मैम ने सबको शांत किया और बोलीं। “क्लास, meet your new classmate Aarav Mehra.
He has recently shifted to India. Say hello to him.”
पूरा क्लास गूंज गया— “Hellooo Aadheer!!”
अंशिका को कोई परवाह ही नहीं वो तो अभी भी अपने क्रश वाली बेहोशी वाली घटना याद कर रही थी। आधीर आया है या आलू उसे फर्क ही नहीं पड़ता।आरव अपना इंट्रोडक्शन देता है, हल्की confident smile के साथ
और क्लास फिर से उसकी तारीफ में फिसल जाती है।
तभी रेणुका मैम ने अनु की तरफ देखा और बोली—“अनु, stand up. तुम पीछे जाकर बैठो।”
अनु का चेहरा गिर जाता है। उसे तो अपनी अंशिका के पास बैठना था। फिर मैम ने अधीर की तरफ देखा “Aadheer, you go and sit with Aashika.
She is our class topper. If you need any help, ask her.”
पूरा क्लास फिर से शोर. । “ओहोоо, यार ये अंशिका कितनी लकी है.. अधीर उसके पास बैठेगा उसका डैक्स मेट बन गया यार..?
अनु पीछे जाती हुई ऐसे मुँह बना रही थी जैसे अभी रो पड़ेगी। उधर अंशिका को तो कोई फर्क ही नहीं पड़ा। वो आराम से बोर्ड देख रही थी… पेन घुमा रही थी… और उसके दिमाग में अभी भी वही क्रश-वाला रेस्क्यू-सीन चल रहा था। लिटरली, पूरी फिल्म 10 बार रिप्ले हो चुकी थी उसके दिमाग में।
तभी अधीर उसके पास वाली सीट पर आकर चुपचाप बैठ गया। बहुत ही नॉर्मल तरीके से ना कोई हीरो एंट्री, ना कुछ। लेकिन हमारी अंशिका? उसे तो इससे जरा भी फर्क नहीं पड़ा। वो तो बस पीछे बैठी अनु को ही देख रही थी, जो दूर होने की वजह से ऐसे एक्सप्रेशन दे रही थी जैसे बैकग्राउंड में “जुदाई… जुदाई…” वाला गाना चल रहा हो।
अंशिका की तरफ से इतना ज्यादा इग्नोर मिलना देखकर अधीर थोड़ा सरप्राइज़ हो गया। क्योंकि क्लास की बाकी सारी लड़कियाँ तो बस उसे ही घूर रही थीं। पर अंशिका?
जैसे उसके लिए वो कोई नॉर्मल लड़का हो।
अधीर हल्का सा सिर उसी दिशा में किए बैठा रहा, लेकिन आँखें घुमा के उसने चोरी से अंशिका को देखा—ये चेक करने के लिए कि सच में ये लड़की उसे नोटिस भी कर रही है या नहीं।
उसके दिमाग में बस यही चल रहा था। “ये… सच में excited नहीं है? मेरे पास बैठा हूँ और इसे कोई फर्क ही नहीं?”
टीचर पढ़ाना स्टार्ट कर चुकी थी, और फर्स्ट बेल होते ही अधीर ने फिर से एक बार curiosity के साथ अंशिका की तरफ देखा। लेकिन जैसा हमेशा अंशिका के चेहरे पर एक्सप्रेशन से ना ही एक्साइटमेंट ना ही साइनस बस नॉर्मल से एक्सप्रेशन थे।
तभी अधीर खुद ही थोड़ा आगे झुककर धीरे से बोला,
"Hello… मेरा नाम अधीर है. नाम तो तुमने सुना ही होगा?"
अंशिका ने अपना फेस उठाया… उसे एक सेकंड देखा… और एक बहुत ही नॉर्मल फ्रेंडली स्माइल देते हुए बोली-
"No… मैंने नहीं सुना। वैसे मेरा नाम अंशिका है."
और फिर वापस अपनी कॉपी पर ध्यान दे दिया।
सही मतलब में उसे दो सेकंड से ज्यादा importance भी नहीं दी। अब ये बात अधीर को दिल पे नहीं… ego पे लग गई।
इतना बड़ा नाम… इतनी fan following… पूरे स्कूल की लड़कियाँ उस पर मर रही हैं, literally उसके आते ही पूरी क्लास की हवा बदल गई थी। और ये लड़की?
सीधा-सीधा बोल रही है कि उसने उसका नाम तक नहीं सुना। अधीर के दिमाग में बस यही घूम रहा था। "यह सीरियसली मुझे नहीं जानती ना फैन रिएक्शन जो एक्साइटमेंट कुछ भी नहीं.?
और पहली बार… किसी ने उसे इस तरह इग्नोर किया था।
वहीं दूसरी ओर… Night Club…
अवंतिका कॉफी शॉप का काम कंप्लीट करने के बाद। यहां आ गई थी। उसका सच में बिल्कुल मन नहीं था आने का… पर उसे आना ही था। पैसे चाहिए थे… और इतने पैसे काफी नहीं थे उसकी मॉम के ऑपरेशन के बाद भी बहुत सारे पैसे लगने वाले थे।
यही सोच उसे अंदर तक डरा रही थी। आज किसके साथ जाना पड़ेगा… कौन उसे खरीदेगा… क्या होगा—
कुछ भी predictable नहीं था। लेकिन फिर भी… उसने खुद को नॉर्मल दिखाने की कोशिश की। मिनी स्कर्ट, bold makeup…और अपने असली इमोशंस कहीं अंदर गहराई में दबा दिए। चेहरा तो तैयार था, पर अंदर से वो आज भी वही थी। डरी हुई, टूटी हुई… मजबूर।
तभी उसके सामने शैलजा रेड्डी आई। हमेशा की तरह एक हल्की मुस्कान, और हमेशा की तरह वही टॉक्सिक स्वीटनेस के साथ। “अरे तुम आ गई? कब से इंतज़ार कर रही थी तुम्हारा। मानना पड़ेगा… अविनाश मल्होत्रा लगता है तुमसे काफ़ी ज्यादा satisfy हुआ है,” उसने आंख दबाते हुए कहा। “उसने तुम्हें आज फिर बुक किया है। और इस बार तो तुम्हें डबल पैसे देने को भी ready है।”
अवंतिका का दिल जैसे सेकंड भर के लिए थम गया।
शैलजा ने आगे कहा “अच्छी बात है ना? किसी और के पास नहीं जाना पड़ेगा। कम से कम कोई बुड्ढा या creepy आदमी नहीं… इतना handsome बंदा है। इसके साथ night बिताना तुम्हारे लिए तो jackpot ही है।”
अवंतिका बस चुप खड़ी रही। उसके लिए ये जैकपॉट नहीं… बस एक और रात की मजबूरी थी। लेकिन उसके दिमाग में एक ही सवाल घूम रहा था। आखिर अविनाश मल्होत्रा चाहता क्या है उससे? एक्जेक्टली करना क्या चाहता है। वो उसके पीछे क्यों पड़ा है?उसे दोबारा क्यों बुला रहा है?
पर फिर उसने खुद को समझाया। कम से कम किसी और अजनबी के साथ जाने से तो अच्छा है यही…
अविनाश के पास जाने पर थोड़ा सा… पता नहीं क्यों, लेकिन उसे थोड़ा सा नॉर्मल फील होता है। हाँ, वो उसे गुस्सा भी दिलाता था… लेकिन फिर भी आखिर वो उसका एक्स-हसबैंड तो था।
थोड़ी कन्फ्यूजन, थोड़ा डर, थोड़ा गुस्सा सबको एक छोटी सी फेक स्माइल में बदलकर अवंतिका क्लब से बाहर निकल गई… फिर से उसी रेड रूम वाली रात के लिए।
थोड़ी देर बाद… अविनाश का पेंटहाउस आ गया। बाहर खड़े होकर उसने बेल दबाई। अंदर हॉल में बैठा हुआ अविनाश कई मिनटों से उसी का इंतज़ार कर रहा था। इवेन उसने आज तक किसी के लिए भी इतना डेसपरेटली वेट नहीं किया था। हाथ में ड्रिंक लिए… पर आँखें बार-बार दरवाज़े की तरफ।
बेल बजते ही उसका दिल एक पल को तेज हो गया। पर ओबवियसली वो तुरंत उठकर दरवाज़ा थोड़े खोल देता?
इतना बड़ा बिजनेसमैन और किसी लड़की के लिए इतना डेसपरेट उसकी ईगो को यह मंजूर नहीं था। वह तुरंत जाकर डोर ओपन कर देता तो उसका इगो हर्ट हो जाता ना।
इसलि नॉर्मल एक्ट करने के लिए वह पूरे 5 मिनट तक वैसा ही बैठा रहा। फिर आखिरकार बहुत ही कैजुअल तरीके से जाकर उसने डोर ओपन किया।
लेकिन जैसे ही उसने डोर खोला उसकी सांसें सच में रुक गईं। सामने अवंतिका खड़ी थी। ब्लैक टॉप मिनी स्कर्ट स्टॉकिंग ,ओर उसकी आईं बोल्ड मेकअप में और भी शार्प दिख रही थी। उसकी पूरी की पूरी वाइब ही अलग आ रही थी। इतनी हॉट इतनी खूबसूरत इतनी सेक्सी की एक सेकंड के लिए अविनाश जेनुइनली शोक में आ गया।
जब वो उसकी वाइफ थी। उसकी अर्धांगिनी थी। सिंपल सी साड़ी चूड़ियां सिंपल से लुक में रहती थी। वो अलग बात थी कि उसने कभी प्रॉपर्ली उसे देखा नहीं था। और अगर देखा होता तो शायद डाइवोर्स देने का फैसला नहीं करता। 🤣
पर अब… उसका चेहरा उसका गोरा रंग उसके फैसियल फीचर्स यहां तक की उसका कॉन्फिडेंट होकर बोलना। उसका स्टाइल सब कुछ अविनाश को हिप्नोटाइज कर रहा था।
तभी अवंतिका की आवाज से वो उसकी रूप माया से बाहर आता है। “Hello Mr. Malhotra, मुझे लगा नहीं था आप फिर बुलाएँगे। लगता है आप बहुत सेटिस्फाई हो गए थे मुझसे… राइट?”
उसकी ये शर्मिलेश बात… उसका ये एटीट्यूड, स्ट्रैंथ अविनाश की नसों पर जाकर लगता है। उसकी जॉब लाइन टाइट हो जाती है और वो उसे बड़ी खतरनाक नजरों से देखता है।
आज उसने बस ब्लैक शर्ट पहन के रखी थी। ऊपर के दो बटन खुले हुए थे उसका ब्राड चेस्ट नजर आ रहा था।अवंतिका की नज़र उसपर गई और… ना चाहते हुए भी हट नहीं सकी। सीधा नहीं देख रही थी, पर फिर भी एक अजीब सा नर्वसनेस उसके अंदर दौड़ गया था।
फिर भी… चेहरे पर उसने वही बात छुपा देने वाला बोल्ड लोक रखा था। जैसे कुछ फर्क ही नहीं पड़ा हो उसे।
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To be Continue…
So, darkies 💅🏻🎀,
Kaisa laga aaj ka chapter..?
Ab Avinash kya karega…?
Aur uski engagement ka kya hoga…?
New characters kaise lage, ye bhi zaroor batana… ✨
Ek aur chapter aa raha hai…
Aur iss
baar full dark romance 🖤
So yahan se bina comment kiye aage mat badhna, okay? 😼💋
With love & a shade of darkness,
𝒀𝒐𝒖𝒓 𝑫𝒂𝒓𝒌𝑹𝒐𝒔𝒆𝒛𝒆 🥀
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